Home Uttarakhand Dehradun हरदा ने लिखा सीबीआई को पत्र, यात्रा करने में सक्षम नही

हरदा ने लिखा सीबीआई को पत्र, यात्रा करने में सक्षम नही

हरदा ने लिखा सीबीआई को पत्र, यात्रा करने में सक्षम नही

  • सीबीआई हेड क्वार्टर दिल्ली जाकर वाईस टेस्ट देने में जताई असर्मथता
  • मुझ से कौन सी खुन्नस निकालना चाहती है भाजपाः हरीश
  • मेरे खिलाफ कोई भी उत्पीड़न कांग्रेस को शक्ति देगा

देहरादून। Harish rawat wrote a letter to CBI सीबीआई जांच का सामना कर रहे उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ट नेता हरीश रावत ने सीबीआई हेड क्वार्टर दिल्ली जाकर आवाज का नमूना देने में असर्मथता जताई है, हरदा ने अपनी चोट का हवाला देकर कहा है कि अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीबीआई से निवेदन किया है कि में अभी लंबी यात्रा करने के लिये सक्षम नही हूं।

हरदा ने सोशल मीडिया में लिखा, ‘सीबीआई ने आज(सोमवार को) मुझे दिल्ली अपने हेड क्वार्टर में आवाज (वाईस) टेस्ट देने और कुछ प्रारंभिक जांच के लिए बुलाया है। जब जौलीग्रांट हिमालयन हॉस्पिटल में मुझे यह नोटिस सर्व किया जा रहा था, तो मैंने उसी नोटिस में यह आग्रह की प्राप्ति स्वीकार्य करते हुये यह आग्रह भी लिख दिया था कि शायद मैं एकाध महीने तक घंटों बैठकर जांच और इतनी लंबी यात्रा के लायक नहीं रहूंगा।

कल मैंने लिखित तौर पर भी आवेदन सीबीआई के हेड क्वार्टर में भेज दिया है। आज मैं अपने अधिवक्ता के माध्यम से भी इस निवेदन को सीबीआई तक पहुंचाऊंगा। मेरे कई मित्र सुबह से मुझे टेलीफोन कर अपनी चिंता कर व्यक्त कर चुके हैं, जिनमें राज्य के वरिष्ठ नेता शूरवीर सिंह सजवाण भी हैं।

मैं अपने शुभचिंतकों से यह अवश्य आग्रह करना चाहूंगा कि वो लोगों से इस बात की चर्चा करें कि आखिर हरीश रावत पर किस अपराध के लिए सीबीआई की जांच हो रही है। यदि मामला दल-बदल को लेकर के है तो दल-बदल करने वाले अब और दल-बदल कर चुके हैं, और जब तक यह मामला अपने तार्किक परिणीति तक पहुंचेगा तब शायद कुछ और करवटें भी इस सारे प्रकरण में दिखाई देंगी।

हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट, जो सर्वाेच्च निर्णय कर्ता हैं वह इस सारे प्रकरण पर अपना निर्णय दे चुके हैं। राज्य की जनता भी दो बार उसके बाद नई सरकारों का गठन कर चुकी है। आखिर ऐसी कौन सी खुन्नस है जो वर्तमान सत्ता, हरीश रावत से निकालना चाहती है जिसके लिए सीबीआई की जांच को माध्यम बनाया जा रहा है। यह तथ्य तो सार्वजनिक होना चाहिए। मैं कांग्रेस के लिए दधीचि के समान हूं।

मेरे खिलाफ कोई भी उत्पीड़न कांग्रेस को शक्ति देगा। मुझे संतोष है, यदि मैं कांग्रेस को जीताने का काम और स्वयं चुनाव न जीत सका हूं। यदि कांग्रेस को मेरे खिलाफ सतत चल रही कार्रवाई से कुछ राजनीतिक लाभ प्राप्त होता है तो मेरे शुभचिंतक इसको राज्य की राजनीति में मेरा एक और छोटा सा ही सही योगदान मानकर के चलें।