Home Uttarakhand Dehradun कांग्रेस ने लगाए दुग्ध संघ पर गंभीर आरोप

कांग्रेस ने लगाए दुग्ध संघ पर गंभीर आरोप

कांग्रेस ने लगाए दुग्ध संघ पर गंभीर आरोप

परोसा जा रहा है मेलामाइन युक्त दूधः दसौनी
जांच के बजाय मंत्री कर रहे घटिया बयानबाजी
दुग्ध संघ लालकुआं में हो रही वित्तीय अनियमिताओं पर कांग्रेस हुई मुखर

देहरादून। Congress made serious allegations against Dugdh Sangh उत्तराखण्ड कांग्रेस ने दुग्ध संघ लालकुआं में वित्तीय अनियमिताए होने का आरोप लगाते हुए, विभागीय मंत्री सोरभ बहुगुणा पर भी तीखे हमले किये हैं। शनिवार को दुग्ध संघ में व्याप्त भ्रष्टाचार और मिलावटी दूध के प्रकरण पर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पिछले दिनों उनके द्वारा दुग्ध संघ लालकुआं में हो रही वित्तीय अनियमिताओं को लेकर प्रेस वार्ता की थी जिसमें कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने जांच रिपोर्ट में आरोपों की पुष्टि होते हुए भी संबंधित लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की।

दसौनी ने कहा कि प्रेसवार्ता इस मंशा के साथ की गई थी कि विभागीय मंत्री आरोपों की गंभीरता को समझेंगे, मगर मंत्री अपने विभाग की अव्यवस्थाओं को परखने के बजाय मुख्य विपक्षी दल के प्रवक्ताओं पर ही निचले स्तर की व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं।

दसौनी ने कहा मिलावटी दूध मामला जन सरोकारों से जुड़ा हुआ है उत्तराखंड की जनता पहले से ही कोरोना महामारी और डेंगू जैसी बीमारियों से जूझ रही है इलाज कराना दिन प्रतिदिन महंगा हो रहा है ऊपर से भारी मात्रा में मेलामाइन युक्त दूध उत्तराखंड की जनता और बच्चों को परोसा जा रहा है, विभाग की ओर से जो वित्तीय गड़बड़ियों हो रही हैं उन पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, ऐसे में काश विभागीय मंत्री विपक्षी दल के प्रवक्ताओं पर घटिया स्तर की टिप्पणी करने के बजाय परिपक्वता दिखाते हुए यदि अपने विभाग पर ध्यान देते तो बेहतर होता।

जयदीप अरोड़ा के विरुद्ध चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सहारनपुर की और से 13 मार्च 2006 को आईपीसी की धारा 420, 120- बी, के तहत दंड निर्धारित किया जा चुका है। भ्रामक सूचना देकर अपनी पदोन्नति कर ली गई है। जो अवैधानिक है। अरोड़ा वर्तमान में चार प्रमुख पदों पर नियुक्ति पाए हुए हैं। जयदीप अरोड़ा ज्वाइन डायरेक्टर डेरी विकास विभाग हैं, वह एनटीडीसी जो कि भारत सरकार की योजना है उसके डायरेक्टर भी हैं, जयदीप अरोड़ा ही एमडी यानी प्रधान निदेशक डेयरी फेडरेशन भी है और जयदीप अरोड़ा ही देहरादून दुग्ध संघ के प्रधान प्रबंधक भी हैं। यानी जयदीप अरोड़ा खुद ही आदेश दे रहे हैं और खुद ही ले रहे हैं। दसौनी ने कहा कि अरोड़ा का देहरादून में अपना निजी मकान होते हुए भी देहरादून दुग्ध संघ के रेस्ट हाउस को उन्होंने अपना आवास बना लिया गया है और अपने मकान को किराए में लगा दिया गया है।

दसौनी ने कहा कि पिछले दिनों की गई प्रेस वार्ता में मुकेश बोरा व निर्भय नारायण पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की जांच रिपोर्ट को आधार बनाते हुए गंभीर आरोप लगाए गए थे, मगर 5 जनवरी 2022 को उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड हल्द्वानी का प्रशासक नियुक्त किया गया। दसौनी ने बताया कि नियम है कि कोई भी प्रशासक अधिकतम एक वर्ष से अधिक समय के लिए पद पर नही रह सकता, मगर मुकेश बोरा को 2 वर्ष से भी अधिक का समय प्रशासक उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन हल्द्वानी के पद पर हो गया है और वह अभी भी गैरकानूनी रूप से तैनात हैं।

दसौनी ने यह भी बताया कि 17 जुलाई 2017 को त्रिवेंद्र रावत की प्रचंड बहुमत की सरकार में भाजपा के ही खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चौंपियन ने 15 बिंदुओं पर जयदीप अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए पत्र लिखा था, मगर उस वक्त भी विभागीय सचिव ने 16 नवंबर 2017 को जयदीप अरोड़ा को क्लीन चिट दे दी गई थी।