Home Uttarakhand Dehradun मुख्यमंत्री आवास कूच करने निकले कांग्रेसी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री आवास कूच करने निकले कांग्रेसी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री आवास कूच करने निकले कांग्रेसी गिरफ्तार

देहरादून। उत्तराखण्ड में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधिक मामलों को लेकर प्रदेश महिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, पुलिस ने कांग्रेसियों को हाथी बड़कला पुलिस चौकी के पास बैरीकेटिक लगा कर रोक लिया, जिससे गुस्साएं नेताओं ने वही, धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

शनिवार को उत्तराखण्ड प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला के नेतृत्व में वरिष्ठ कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री आवास के लिए कूच किया। राज्य में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे बलात्कार, हत्या, उत्पीड़न और अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उपनेता भुवन कापड़ी, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, हीरा सिंह बिष्ट, महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, पूर्व विधायक रणजीत रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, आशा मनोरमा डोबरियाल, नन्दा बिष्ट, मोहन काला, बिरेन्द्र रावत, गुल मोहमद व कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को पुलिस गिरफ्तारी कर पुलिस लाईन रेसकोर्स ले गई, जहा देर शाम उन्हे छोड़ा गया।

इस अवसर पर महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने, दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने व रिसॉर्ट में आने वाले वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग की। अंकिता के बलात्कार व हत्या में स्वयं भाजपा के नेताओं के नाम आने के कारण आजतक उत्तराखण्ड की बेटी और उसके परिवार को न्याय नही मिल पाया है।

केन्द्र और राज्य सरकार लगातार इस हत्याकाण्ड में संलिप्त लोगों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा आंखिर भाजपा की केन्द्र सरकार सीबीआई जांच करने से क्यों कतरा रही है? पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा नेता के पुत्र का रिसॉर्ट होने के कारण राज्य सरकार द्वारा शुरूआत से ही इस जघन्य अपराध की घटना पर पर्दा डालने का काम किया गया।

सरकार के दबाव में पहले राजस्व पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने में हीला हवाली की गई तथा इसके उपरान्त रेगुलर पुलिस द्वारा 19 सितम्बर, 2022 को लापता हुई युवती की चार दिन तक भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उन्होंने कहा कि जब कभी भी ऐसी घटना होती है तो उस स्थान को सील कर दिया जाता है, मगर रात के अंधेरे में सबूतों को नष्ट करने का काम किया गया।

उपनेता भुवन कापड़ी ने कहा कि इन 8 वर्षों के कार्यकाल में भाजपा की राज्य सरकार पूरी तरह फेल हुई है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार ना तो महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों को ही कम कर पा रही है और ना ही बेरोजगारों को रोजगार दे पा रही है।

इस असवर सूर्यकानत धस्माना, महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नजमा खान, उर्मिला थापा ढौडियाल, डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, मीना रावत, निधि नेगी, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, सुनीता प्रकाश, महेन्द्र सिंह नेगी गुरूजी, नीलम रावत, शीशपाल सिंह बिष्ट, रेखा सोनकर, पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, लालचन्द शर्मा, शोभा बिष्ट, रेखा सोनकर, खजान गुड्डू, दर्शन लाल, बिरेन्द्र रावत, संग्राम सिंह पुण्डीर, राधा बिष्ट, गीता पंवार, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीश नागपाल, आशा रावत, मुन्नी तिवाडी, अंशुल त्यागी, नीलम रावत, जया कर्नाटक, प्रदीप पाल, अनुराधा तिवाडी, बिरेन्द्र पंवार, राकेश सिंह मियंा, रोबिन त्याबी, बन्टू भट्ट, जितेन्द्र चौधरी आदि सैकडों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता भण्डारी के साथ हुई जघन्य अपराध की घटना के बाद जिस प्रकार रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने राज्य से आये हुए महिलों का आह्वान करते हुए कहा कि अब आपकी महत्पूर्ण जिम्मेदारी है कि जहॉ-जहॉ भी बेटियों व महिलाओं के साथ अत्याचार और अन्याय होगा आपको स्वयं उनकी ढाल बनकर रक्षा करनी है। आप सबको भाजपा नेताओं से सर्तक रहने की जरूरत है।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्य सरकार ने अंकिता हत्याकाण्ड के सबूतों को नष्ट करने का काम किया हैै। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लगातार सदन से लेकर सड़क तक लड़ती रहेगी जब तक कि उसको न्याय नही मिल जाता। उन्होंने कहा कि लचर कानून व्यवस्था के कारण आज भी महिलाओं के साथ बलात्कार और अत्याचार की वारदातें लगातार बढ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की निर्मम हत्या होने बावजूद भी अपराधी को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके, एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसीटीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य कोर्ट में महत्वपूर्ण हो सकते थे। अपराधियों के मोबाइल और उनके संरक्षकों के मोबाइल गायब बताए गये।

अपराधियों को पुलिस रिमांड में लेने में जान बूझकर विलंब किया गया। पोस्टमार्टम में महिला डॉ. को सम्मिलित न करना भी केश को कमजोर करने की साजिश थी। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का भी आभार प्रकट किया कि उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने की मांग की थी।

पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा विरोधी दल के नेताओं के डराने धमकाने का काम करती है। हम डरने वाले नही हैं, चाहे भाजपा कुछ भी कर ले। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे आकर स्वयं अपने हक की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा भाजपा ने देश की जनता साथ जो वादे किये थे आजतक पूरे नही किये हैं। इनका काम झूठ बोलकर अपना स्वार्थ को सिद्व करना है। पर अब देश की जनता इन्हें भलीभॉति समझ चुकी है।