बीते माह जनपद हरिद्वार के देहात क्षेत्र में मात्र 17 दिनों के भीतर तीन बड़ी गाड़ियों (बोलेरो, पिकअप लोडर व अशोक लीलैंड) के चोरी हो जाने से सनसनी फैल गई थी। पीड़ितों द्वारा इस संदर्भ में कोतवाली गंगनहर एवं कलियर में मुकदमें दर्ज करवाए गए। पीड़ितों द्वारा लगातार अपनी गाड़ियों के बारे में पुलिस से जानकारी ली जा रही थी।
मामलों के खुलासे हेतु आलाधिकारियों ने पुलिस टीमों का गठन किया, जो चोरो की तलाश में जुट गयी। लगातार मेहनत से वाहन चोरों की तलाश में जुटी विभिन्न टीमों द्वारा छोटी बड़ी अनेक जानकारियों को आपस में जोड़ते हुए प्रकाश में आया कि वाहन चोरों का लिंक पंजाब जुड़ा है। जिसके बाद पुलिस ने एक सूचना के बाद तीन लोेगों इरशाद खान, शहजाद व फरियाद खान को ग्राम नागल कलियर से रामपुर की ओर आने वाले रास्ते पर बने पुल के पास से चोरी की बोलेरो पिकअप के साथ दबोचा लिया। जो गाड़ी में पेंट इत्यादि करवाकर पंजाब से हरिद्वार लेकर आ रहे थे।
जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं, शहजाद और इरशाद सगे भाई हैं एवं फरियाद इनका मामा है जो लगभग डेढ़ से 2 साल पहले परिवार सहित कलियर क्षेत्र में रहने आए थे। तीनों ने बेहद शातिर तरीके से एक-एक कर तीनों गाड़ियों को चोरी किया और चोरी कर पंजाब ले गए जहां ओरिजिनल नंबर प्लेट बदलकर, फर्जी नंबर प्लेट लगाई।
पहचान छुपाने के लिए पूरी गाड़ी में दूसरा पेंट करवा लिया और चुपके से दो गाड़ियों को वापस हरिद्वार ले आए यहां उनका इरादा इन्हीं चोरी की गाड़ियों (stolen vehicles) से भैंस चोरी कर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर इत्यादि इलाकों में बेचने का था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर थाना गंगनहर से चोरी बोलेरो पिकअप एवं कलियर क्षेत्र से चोरी अशोक लीलैंड वाहन बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार 2022 में कोतवाली जालंधर, पंजाब से गोकशी के अभियोग में इरशाद व फरियाद कई दिन जेल भी रहे हैं।